Tag: साहित्य विमर्श

तानाशाही मानसिकता को बेपर्दा करता उपन्यास ‘गोरी हिरनी’

Post Views: 52 लेखकः गुलजार सिंह संधुहिंदी अनुवादकः गुरबख्श मोंगा और वंदना सुखीजाप्रकाशकः गार्गीपृष्ठः 134मूल्यः रू. 120 यह बेहद उत्सुकता की बात हो सकती है कि कोई तानाशाह किस प्रकार

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कविताएँ – तनुज

Post Views: 127 तनुज के लिए कविता देश की मौजूदा आबो हवा से भिड़ने का जरिया है। कविता ही में अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं, कविता ही में वे अपने

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हिमाचल में पहाड़ी भाषाओं के विकास की चुनौतियां – गगनदीप सिंह

Post Views: 73 लेखक और पत्रकार गगनदीप सिंह पिछले कई सालों से लगातार हिमाचल प्रदेश के इतिहास,पर्यावरण व विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर लिख रहे हैं। उन्होंने इन विषयों पर डाक्युमेंट्री

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मनुष्यत्व की कवायद करती सपना भट्ट की कविताएँ – योगेश

Post Views: 207 सारी नदियाँ अगर हैं मीठी तो समंदर कहाँ से लाता है अपना नमक? -पाब्लो नेरुदा सपना भट्ट की कविता पहाड़ के भाषागत स्पंदन से लबरेज है। “भाषा

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सरफ़रोशी – गंगा राम राजी

Post Views: 53 नरेन्द्र देव जोशी लाहौर में एक जज के घर 15 मई 1892 में पैदा हुए। लाहौर उस समय क्रांतिकारियों का गढ़ था। लाला लाजपतराय, अजीत सिंह, और

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कविताएँ – कपिल भारद्वाज

Post Views: 264 हरियाणा की वर्तमान हिंदी कविता में कपिल भारद्वाज निरन्तर संवादरत हैं। भारद्वाज की इन कविताओं में दिनों दिन घटती जाती संवेदना के बरक्स व्यापक आदमियत का गहरा

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आधी दुनिया के लिए पूरे आसमान का संघर्ष करता उपन्यास – अरुण कुमार कैहरबा

Post Views: 47 विभिन्न क्षेत्रों में लड़कियों की उपलब्धियों और महिला सशक्तिकरण के नारों के बीच हरियाणा का समाज पितृसत्तात्मकता और महिला-पुरूष गैर बराबरी से बुरी तरह त्रस्त है। यहां

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कविताएं – मनजीत खान भावड़िया

Post Views: 27 1. किताब सबतै बढिया आपणा दोस्त किताब नै कहवै पत्नी साथ छोड दे या पास हर दम रहवै भाषा, लिपि का पूर्ण ज्ञान करवावै सै समाज की

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घास , भैंस और कलावती – अमित मनोज

Post Views: 50 बीसेक दिन पहले बारिश हुई थी। थोड़ी जोरों की। गाँव में सब जनों के चेहरे खिलखिला आये थे। एक बारिश का ही तो सहारा था किसानों को।

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समय से टक्कर लेती युवा कवयित्री जसिंता केरकेट्टा – जयपाल

Post Views: 29 झारखंड के जंगल में उगी,पगी और बड़ी हुई जसिंता केरकेट्टा की कविता की गूंज अब राजधानी के गूंगे-बहरे गलियारों तक जा पहुंची है। उन्हें कईं राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय साहित्य

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