तेंदुआ- अमित मनोज
Post Views: 83 हाल फिलहाल जंगल से सटे रिहाइशी इलाकों में तेंदुओं के घुसने की ख़बरों में बढ़ोतरी हुई है। असल सवाल यह है कि कहीं आदमी तो तेंदुओं के
Post Views: 83 हाल फिलहाल जंगल से सटे रिहाइशी इलाकों में तेंदुओं के घुसने की ख़बरों में बढ़ोतरी हुई है। असल सवाल यह है कि कहीं आदमी तो तेंदुओं के
Post Views: 34 अमित मनोज की कहानियों में गजब की सादगी है। ‘चूड़ियाँ’ कहानी में अमित मनोज ने गाँव देहात में व्याप्त तुच्छ ईर्ष्या प्रेरित जटिल अमानवीय घटनाओं को सरलता
Post Views: 51 नरेन्द्र देव जोशी लाहौर में एक जज के घर 15 मई 1892 में पैदा हुए। लाहौर उस समय क्रांतिकारियों का गढ़ था। लाला लाजपतराय, अजीत सिंह, और
Post Views: 47 बीसेक दिन पहले बारिश हुई थी। थोड़ी जोरों की। गाँव में सब जनों के चेहरे खिलखिला आये थे। एक बारिश का ही तो सहारा था किसानों को।
Post Views: 121 सुरेन्द्र पाल सिंह हरियाणा की लोक–संस्कृति को पैनी इतिहास बोध भरी दृष्टि से देखते रहे हैं लेकिन इधर अब उनकी दिलचस्पी कविताओं के अनुवाद और कहानी लेखन
Post Views: 37 दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता से साप्ताहिक अखबार का संपादक और फिर लेखक बनें सुशील विभिन्न विधाओं में लेखन करते हैं। 1978
(अंग्रेज़ी कहानी ‘Worse than That’ का हिंदी में अनुवाद: सुरेंद्र पाल सिंह) … Continue readingकैप्टन और सांवली प्रिन्सेस – लेफ़्टिनेंट कर्नल भीम सेन त्यागी, अनुवाद – सुरेन्द्र पाल सिंह
Post Views: 38 मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बड़े थे, लेकिन केवल तीन दरजे आगे। उन्होंने भी उसी उम्र में पढ़ना शुरू किया था जब मैने शुरू किया था;
यह एक ऐसे बन्दर की कहानी है जो सत्य को प्राप्त करना चाहता है। ऐसी दुनिया में जिसमें सभ्यताएं कथाओं पर टिकी हुई हैं, लोग कथाओं में वर्णित स्थानों तक को अपने आस्तित्व से जोड़कर देख रहे हैं, दुनियाभर में शासन सत्ताएँ चाहती हैं कि तमाम लोग उस एक ही सच पर विश्वास करें जिसको उन्होंने सत्य बनाकर परोसा है ऐसे में अपने सत्य को प्राप्त करना बहुत मुश्किल काम है। प्रसिद्ध है कि सत्य को प्राप्त करने की एक कीमत होती है। खैर इस कहानी में बन्दर है, मदारी है, बन्दर का परिवार है, बन्दर का सत्य को प्राप्त करने का संघर्ष है और अंत में सत्य रूपी एक आदिम गीत है जो उसे तमाम संघर्षों के बाद प्राप्त होता है। प्रस्तुत है कहानी- … Continue readingवो आदिम गीत – जी.आर.महर्षि (मूल तेलुगु से अनुवाद-मुलख सिंह)
यूरोप और अमरीका ने जिसकी प्रतिभा का लोहा मान लिया, जो देश के इतने अभिमान की संपत्ति है, वही कवि मक्रील में कुछ दिन स्वास्थ्य सुधारने के लिए आ रहा है। … Continue readingमक्रील – यशपाल