कर जोड़ खड़ी सूं प्रभु लाज राखियो मेरी – पं. लख्मीचंद
महाभारत में द्रोपदी का एक ऐतिहासिक सवाल किया जो अभी तक अनुत्तरित है।बहुत ही खूब रागनी में पं. लख्मीचंद ने भारतीय समाज की पितृसत्तात्मक बनावट का स्पष्ट संकेत भी है। … Continue readingकर जोड़ खड़ी सूं प्रभु लाज राखियो मेरी – पं. लख्मीचंद