नवउदारवाद के आगमन के साथ विषमता में भयावह बढ़त देखी गयी । इसके रूप भी विविध प्रकार के बने । पहले से मौजूद समाजार्थिक विषमता को इसने नवीकृत किया ।
नवउदारवाद के आगमन के साथ विषमता में भयावह बढ़त देखी गयी । इसके रूप भी विविध प्रकार के बने । पहले से मौजूद समाजार्थिक विषमता को इसने नवीकृत किया ।
सामान्य पाठक के तौर पर जब मुझे पुस्तकें पढ़ने का शौक हुआ तो मुझे अलग- अलग तरह की बैचेनी पैदा हुई जिन्होंने मेरे दिमाग में उथल- पुथल मचा दी। हालांकि
डॉ. लक्ष्मण यादव द्वारा लिखित पुस्तक ‘ प्रोफेसर की डायरी’ शिक्षा व्यवस्था व एडहॉक की नौकरी की व्यवस्था को समझने में बहुत मदद करती है । यह पुस्तक जरूर पढ़नी
लेखक और पत्रकार गगनदीप सिंह पिछले कई सालों से लगातार हिमाचल प्रदेश के इतिहास,पर्यावरण व विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर लिख रहे हैं। उन्होंने इन विषयों पर डाक्युमेंट्री फिल्में भी बनाई
चंडीगढ़ हिमालयी राज्यों के युवाओं के समुह युथ फॉर हिमालय के प्रतिनिधिमंडल ने शंभु बार्डर पर पहुंच कर किसान आंदोलन समर्थन किया और हिमालय स्टेंड विद फार्मर का नारा बुलंद
25 फरवरी को वाशिंगटन डी.सी. में इजरायली दूतावास के बाहर अमेरिकी वायु सेना के एक सक्रिय-ड्यूटी सदस्य आरोन बुशनेल के आत्मदाह ने दुनिया भर में सदमे की लहर भेज दी