निबंध एक बार की बात कहता हूँ। मित्र बाजार गए तो थे कोई एक मामूली चीज लेने पर लौटे तो एकदम बहुत-से बंडल पास थे। मैंने कहा – यह क्या?
निबंध एक बार की बात कहता हूँ। मित्र बाजार गए तो थे कोई एक मामूली चीज लेने पर लौटे तो एकदम बहुत-से बंडल पास थे। मैंने कहा – यह क्या?
कहानी एक गहन वन में दो शिकारी पहुँचे। वे पुराने शिकारी थे। शिकार की टोह में दूर – दूर घूम रहे थे, लेकिन ऐसा घना जंगल उन्हें नहीं मिला था।
मध्यकालीन संतों और भक्तों के जन्म-मृत्यु व पारिवारिक जीवन के बारे में आमतौर पर मत विभिन्नताएं हैं। संत रविदास की कृतियों में उनके रैदास, रोहीदास, रायदास, रुईदास आदि अनेक नाम
चालाक आदमी फैयदा ठारे , इब माणस की कमजोरी का घर की खांड किरकरी लागे , कहैं गूँद मीठा चोरी का भगत और भगवान के बीच , दलाल बैठगे आकै
यात्रा adminदेस हरियाणा मेरे मन-पटल पर बचपन की जो सबसे पहली यात्रा अंकित है, वह बड़ी त्रासद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वैसे तो बचपन की यात्राएं बाल-सुलभ उल्लास, उत्साह एवं उत्सुकता
हरियाणा सृजन उत्सव (25-26 फरवरी 2017) कुरुक्षेत्र में, हरियाणा का साहित्य : सृजन और पठन-पाठन विषय पर परिसंवाद हुआ, जिसमें हरियाणा के साहित्य सृजन और पठन-पाठन के विभिन्न बिंदुओं पर बहस हुई। इस बहस में ज्ञान प्रकाश विवेक, वीएन राय, टेकचंद तथा ब्रह्मदत्त शर्मा ने शिरकत की। इसका संचालन कृष्ण कुमार ने किया। यहां प्रस्तुत है यह बहस-सं.