लोकधारा

144Articles

कविताOctober 21, 2025

1 तनै फसल पै न्यूं बरसाएं औळेजणूं दो देशां नै होकै क्रुद्ध आपस के मैं हो छेड़ा युद्ध किसान मनावै जे आवै बुद्ध जो रूकवावै तेरे बरसते गोळे तनै फसल… तनै भी हम समझें

लोक कथाJuly 28, 2023

रुरु एक मृग था। सोने के रंग में ढला उसका सुंदर सजीला बदन; माणिक, नीलम और पन्ने की कांति की चित्रांगता से शोभायमान था। मखमल से मुलायम उसके रेशमी बाल,

जातक या जातक पालि या जातक कथाएँ बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक का भाग है ।  जातक कथाओं को विश्व की प्राचीनतम लिखित कहानियों में गिना जाता है जिसमे लगभग 600 कहानियाँ

बिरजू महाराज

बिरजू महाराज का निधन वाकई भारतीय नृत्य कला के लिए एक बड़ी क्षति है। वे महान नर्तक के अलावा अच्छे साहित्य के पारखी थे। बिरजू महाराज ने हिंदी साहित्य के अनेक रचनाकारों की रचनाओं को कथक नृत्य कला में प्रवेश दिलवाया। जगन्नाथ दुबे यहाँ बिरजू महाराज के जीवन के बारे में संक्षिप्त रुप में बात कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर जुड़ें
सोशल मीडिया पर जुडें
Loading

Signing-in 3 seconds...

Signing-up 3 seconds...