असीन राजाराम उर्फ गगनदीप सिंह 11 साल की वह उम्र जब दुनिया एक खुली किताब होती है। हर नया चेहरा, हर नया किरदार, एक सपना बन जाता है। कभी फौजी
असीन राजाराम उर्फ गगनदीप सिंह 11 साल की वह उम्र जब दुनिया एक खुली किताब होती है। हर नया चेहरा, हर नया किरदार, एक सपना बन जाता है। कभी फौजी
नवउदारवाद के आगमन के साथ विषमता में भयावह बढ़त देखी गयी । इसके रूप भी विविध प्रकार के बने । पहले से मौजूद समाजार्थिक विषमता को इसने नवीकृत किया ।
योग में रोज साथ देने वाले मेरे मित्र रमेश नांगलिया आज बहुत दुखी हैं. उन्हें कल सुबह कुंभ- स्नान के लिए प्रस्थान करना था. प्रयागराज में अपार भीड़ और जाम
विश्वभर में जब भी अधिकारों की बात होती है तो ब्रिटेन के मैग्नाकार्टा का जिक्र जरूर आता है। दरअसल, मैग्नाकार्टा ब्रिटिश इतिहास के अधिकारों से संबंधित सबसे प्रभावी कानूनों में
30 मार्च 2024 जारीकर्ता पीपल फॉर हिमालय अभियान। मुनाफे की बजाए मानव और प्राकृतिक केंद्रित नीतियों से ही आगे बढ़ा जा सकता है। 2024 लोकसभा चुनाओं के मद्देनजर, नागरिक अधिकार
देश चुनाव की दहलीज़ पर है. पूरी कोशिश होनी चाहिए कि सरकार जनता के प्रति समर्पित एवं जवाबदेह हो. बेहद ज़रूरी है ऐसी सरकार का होना परन्तु काफ़ी कुछ है