स्वतंत्रता-समता-बंधुता मिशन, भारत
हम भारत के लोगों ने धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना करते हुए प्रत्येक मनुष्य व समाज के गरिमापूर्ण जीवन के लिए स्वतंत्रता-समता-बंधुता को संवैधानिक मूल्यों के रूप में अपनाया। इन महान मानवीय मूल्यों को स्थापित किये बिना समाज सुखी-समृद्ध और शांतिपूर्ण नहीं हो सकता। लेकिन कुछ स्वार्थी तत्त्व राजनीतिक-आर्थिक हितों के लिए समाज में झूठ-भ्रम फैलाकर संकीर्णता, नफरत, द्वेष को बढ़ावा देकर इन मूल्यों को मिटा रहे हैं। इस चुनौती का सामना करने के लिए हम भारत के लोग देश, समाज और समय की जरूरत को समझते हुए अपनी आत्मा की आवाज पर समाज में संवैधानिक मूल्यों की स्थापना के लिए स्वतंत्रता-समता-बंधुता मिशन, भारत की शुरुआत कर रहे हैं। जिसके उद्देश्य कार्यक्रम निम्नलिखित होंगे
उद्देश्य
1. स्वतंत्रता, समता, बंधुता, धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक प्रणाली को प्रोत्साहन।
2. सामाजिक भाईचारा, साम्प्रदायिक सदभाव, सामाजिक न्याय, लैंगिक संवेदनशीलता की स्थापना के प्रयास।
3. जाति, लिंग, धर्म, संप्रदाय, क्षेत्र के आधार पर गैर बराबरी, भेदभाव, अविश्वास को समाप्त करना ।
4. अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़े व अल्पसंख्यक वर्गों सहित देश के प्रत्येक नागरिक के लिए आर्थिक, राजनैतिक व सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाना ।
5. प्रगतिशील समाज सुधारकों, महापुरुषों, संतों के जीवन-आदर्शों व कार्यों के माध्यम से साझी सांस्कृतिक विरासत, मानवतावाद व वैज्ञानिक चेतना का प्रसार ।
कार्यक्रम
• मिशन के उद्देश्यों के लिए बैठकों, सभाओं, सेमिनार, संगोष्ठियों, जन रैलियों, जनसभाओं, कार्यशालाओं तथा सांस्कृतिक उत्सवों-मेलों का आयोजन करना।
• मिशन के उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु पत्र-पत्रिकाएं, पुस्तिकाओं, पर्चों, डाक्यूमेंट्री का निर्माण-वितरण करना व संचार के अन्य साधनों-माध्यमों को विकसित करना।
• पठन-पाठन की संस्कृति विकसित करने के लिए पुस्तकालयों की स्थापना करना तथा इसे बढ़ावा देने वाली गतिविधियां आयोजित करना।