Tag: विक्रम राही

भीतरला हो साफ मणस का चाहे रंग बेशक तै काला हो – विक्रम राही

Post Views: 721 भीतरला हो साफ मणस का चाहे रंग बेशक तै काला हो हो रंग भी काला दिल भी काला उसका के उपराला हो भूरा हो जै देखण मैं

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बेटी गैल्यां धोखा होग्या इब के कह दयूं सरकार तनै- विक्रम राही

Post Views: 286 बेटी गैल्यां धोखा होग्या इब के कह दयूं सरकार तनै जै गर्भ बीच तै बचा लई तो आग्गे फेर दई मार तनै लिंगानुपात सुधर गया इसका कारण

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साथ चांदडे माणस का दिया होया तंग करज्यागा- विक्रम राही

Post Views: 653 विक्रम राही साथ चांदडे माणस का दिया होया तंग करज्यागा जीण जोग भी खामैखा तो बिन आई मैं मरज्यागा चतुर चलाक बेशर्म आदमी सदा मीट्ठे चोपे लावैगा

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छब्बीस जनवरी आले पर ना बात होवै सविंधान की- विक्रम राही

Post Views: 213 विक्रम राही छब्बीस जनवरी आले पर ना बात होवै सविंधान की टैंक तोप झांकी भाषण तै खुश जनता हिन्दूस्तान की । सविंधान सभा नै लिखया म्हारा संविधान

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कौण कड़ै ताहीं तरै आडै कौण कड़ै कद बहज्या- विक्रम राही

Post Views: 228 विक्रम राही कौण कड़ै ताहीं तरै आडै कौण कड़ै कद बहज्या बालू बरगी भीत समझले कौण जमै कौण ढहज्या समो समो का मोल बताया पर समो आवणी

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रोज ताण ल्यो कट्टे पिस्टल जेली और तलवारां नै- विक्रम राही

Post Views: 459 विक्रम राही रोज ताण ल्यो कट्टे पिस्टल जेली और तलवारां नै हांगें आली जिद्द ले बैठी या बहोत घणे परिवारां नै छोट्टी मोट्टी कहया सुणी रुप दूसरा

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ठाड्डा रहया पाल बांदता पुश्त आगली की खातिर- विक्रम राही

Post Views: 502 विक्रम राही ठाड्डा रहया पाल बांदता पुश्त आगली की खातिर कमजोर कमी तेरी रहगी तनै समझे नहीं कदे चात्तर वेद शास्त्र छाण लिए वैं के कहरे सै

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झूठ फरेब छल बेगैरत का ना कती सहारा चाहिए- विक्रम राही

Post Views: 219 विक्रम राही झूठ फरेब छल बेगैरत का ना कती सहारा चाहिए मनै प्यार प्रेम और भाईचारे तै मेल गुजारा चाहिए ढोंग रचाकै यारी ला लें पाप भरया

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कदे सोच्या के ?- विक्रम राही

Post Views: 132 विक्रम राही वाटस एप पै पोस्ट फारवर्ड एडवांस हो चाहे हो बैकवर्ड कदे सोच्या के ? फेसबुक पै रहै रोज हाजरी पड़ोस मैं चाहे आग लागरी कदे

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रंग तो सबके लहू का लाल है- विक्रम राही

Post Views: 308 विक्रम राही रंग तो सबके लहू का लाल है हड्डियां भी वही हैं वही खाल है। कौम मजहब पर लाता है कौन समझ लीजिए किसकी चाल है

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