इसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दास – धनपत सिंह
Post Views: 327 इसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दासइसीए हो सै भूख जयसिंह इसी ए होया कर प्यास सांप के पिलाणे तैं भाई बणै दूध का जहरप्यार
Continue readingइसाए जी हो गरीब्बां जो अन्न पाणी वो दास – धनपत सिंह