मुनाजात-ए-बेवा – अल्ताफ़ हुसैन हाली पानीपती

मुनाजात-ए-बेवा (1884) ए सब से अव्वल1 और आखिर2 जहाँ-तहाँ हाजि़र और नाजि़र3 ए सब दानाओं से दाना4 सारे तवानाओं से…

हुब्बे वतन – जन नाट्य मंच

अल्ताफ़ हुसैन हाली पानीपती की पुण्य तिथि के अवसर पर। हाली का जन्म हुआ था सन् 1837 में और मृत्यु…

बेटियों की निस्बत – अल्ताफ़ हुसैन हाली पानीपती  

ज़ाहलियत के ज़माने में ये थी रस्मे अरब के किसी घर में अगर होती थी पैदा दुख़्तर1 संग दिल2 बाप…

रात भर लोग अंधेरे की बलि चढ़ते हैं – ओम सिंह अशफाक

ओमसिंह अशफाक  आबिद आलमी (4-6-1933—9-2-1994) पिछले दिनों अम्बाला में तरक्की पसंद तहरीक में ‘फिकोएहसास के शायर’ जनाब आबिद आलमी हमसे…