हमें गुमराह करके हँस रहा है, ये रहबर तो यक़ीनन मसख़रा है। जो सब को छोडक़र ऊपर चढ़ा था, वो सब नज़रों से गिरता जा रहा है। हमें गुमराह करके
हमें गुमराह करके हँस रहा है, ये रहबर तो यक़ीनन मसख़रा है। जो सब को छोडक़र ऊपर चढ़ा था, वो सब नज़रों से गिरता जा रहा है। हमें गुमराह करके