Posted in कविता देस हरियाणा सुख-दुख- सुमित्रानंदन पंत Estimated read time 1 min read Posted on August 4, 2021August 4, 2021 by admin मैं नहीं चाहता चिर-सुख, चाहता नहीं अविरत दुख, सुख-दुख की आँख-मिचौनी खोले जीवन अपना मुख। सुख-दुख के मधुर मिलन से…