साहित्य मनुष्यता निर्माण की परियोजना है, उसका अध्ययन-अध्यापन भी इसी संदर्भ में सार्थकता प्राप्त करता है। साहित्यिक रचना के मर्म और सौंदर्य का उद्घाटन ही साहित्य के अध्यापक का काम
साहित्य मनुष्यता निर्माण की परियोजना है, उसका अध्ययन-अध्यापन भी इसी संदर्भ में सार्थकता प्राप्त करता है। साहित्यिक रचना के मर्म और सौंदर्य का उद्घाटन ही साहित्य के अध्यापक का काम