सब के अपने दर्द हैं दुश्वारियां हैं बेहिसाब – डा. सुभाष सैनी

Post Views: 174 ग़ज़ल सब के अपने दर्द हैं दुश्वारियां हैं बेहिसाब हर किसी से पूछते हो क्यों सवालों के जवाब जि़ंदगी में ग़म मिले तो $गम न करना दोस्तो…