Posted in कविता देस हरियाणा दोनों ओर प्रेम पलता है – मैथिलीशरण गुप्त Estimated read time 1 min read Posted on August 3, 2021August 4, 2021 by admin दोनों ओर प्रेम पलता है। सखि, पतंग भी जलता है हां! दीपक भी जलता है ! सीस हिलाकर दीपक कहता…