Tag: संत कबीर

मैं कासी का जुलहा बूझहु मोर गिआना – डा.सेवा सिंह

Post Views: 665 आलेख ब्राह्मणवाद की विचारधारा ने श्रम-जन्य कर्मों का तिरस्कार करते हुए वर्णधर्मी व्यवस्था के अंतर्गत उत्पादनशील श्रेणियों…