हरियाणवी गजल मेरे हालात नां पूच्छै। इस दिल की बात नां पूच्छै। फुटपाथ पै बसर करूं सूं। मेरी औकात नां पूच्छैं। मैं सबका सब मेरे सैं, तौं मेरी जात नां
हरियाणवी गजल मेरे हालात नां पूच्छै। इस दिल की बात नां पूच्छै। फुटपाथ पै बसर करूं सूं। मेरी औकात नां पूच्छैं। मैं सबका सब मेरे सैं, तौं मेरी जात नां
विकलांग जन हमारे देश की आजादी के 70 साल पूरे होने जा रहे हैं, परन्तु एक वर्ग अपनी पहचान और नाम के लिए तरस रहा है। हम बात कर रहे
डा. अशोक कुमार हरियाणा बनने के बाद पिछले 50 वर्षों में हरियाणा में बड़े बदलाव हुए हैं। हरियाणा व इसके समाज को सशक्त बनाने में संचार माध्यमों की भूमिका काफी
शिक्षा आज भारत का उच्च शिक्षा का ढांचा पूरे विश्व में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। सरकारी रिपोर्टों के अनुसार उच्च शिक्षण संस्थानों और उनमें पढऩे
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किसान आंदोलन के रूप में फूटे जनाक्रोश के लिए जो कारक जिम्मेदार हैं वे हरियाणा, पंजाब अथवा
आलेख हमारा प्रदेश कृषि प्रधान है। प्रदेश की जनसंख्या का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा कृषि के कार्य में संलग्न है। यहां के निवासियों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि होने