Post Views: 32 कुछ लोगों तथा संस्थाओं की ओर से मुझसे राष्ट्रभाषा हिन्दी के सम्बन्ध में कुछ प्रश्न पूछे गये हैं। इनका उत्तर में लिखित रूप में नीचे दे रहा…
राहुल सांकृत्यायनः सत्य की खोज का नायाब पथिक – अमरनाथ
Post Views: 54 “वैसे तो धर्मों में आपस में मतभेद है। एक पूरब मुँह करके पूजा करने का विधान करता है, तो दूसरा पश्चिम की ओर। एक सिर पर कुछ…
महाकवि चतुर्मुख स्वयंभू – राहुल सांकृत्यायन
मैं समझता हूं कि वह समय जल्दी आयेगा, जब हमारे साहित्यिकों के लिए स्वयंभू का पढ़ना अनिवार्य हो जायेगां। मैंने अपनी “हिन्दी काव्यधारा” में स्वयंभू के काफी उद्धरण दिये हैं। लेकिन हिन्दी वालों का उचित योग होगा-यदि वे स्वयंभू की “रामायण” और हरिवंश पुराण (कृष्णचरित) को पूरा देखना चाहें। (लेख से)

इतिहास और पुराण – राहुल सांकृत्यायन
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रहीम – राहुल सांकृत्यायन
रहीम असाधारण सुन्दर तरुण था। चित्रकार उसकी तस्वीरें उतारते थे, जिन्हें अमीर लोग अपनी बैठकों को सजाने के लिए लगाते थे। होश संभालते ही, रहीम का शायरों और कवियों, संगीतज्ञों और कलाकारों से संपर्क हुआ। लेकिन अकबर रहीम को कलाकार नहीं, सैनिक बनाना चाहता था। रहीम के जीवन का अधिकांश भाग सिपाही के तौर पर ही बीता।