ये कविताएं – जयपाल

Post Views: 401   ये कविताएं उन हाथों के लिएजो जंजीरों में जकड़े हैंलेकिन प्रतिरोध में उठते हैंउन पैरों के लिएजो महाजन के पास गिरवी हैंलेकिन जुलूस में शामिल हैंउन…