युद्ध की विभीषिका -सुरेश बरनवाल

Post Views: 282 कविता युद्ध की विभीषिका इससे मत गिनो कितने मरे कितने घायल हुए कितना रक्त बहा। युद्ध की विभीषिका इससे गिनो कितने जिन्दा आदमी मर चुके लोगों की…