युद्ध क्या मसलों का हल देगा? मशूहर शायर साहिर लुधियानवी की नज्म

Post Views: 247 साहिर लुधियानवीख़ून अपना हो या पराया हो नस्ले-आदम का ख़ून हैआख़िर जंग मग़रिब में हो कि मशरिक में अमने आलम का ख़ून हैआख़िर बम घरों पर गिरें…