यारो! ख़ूब ज़माने आए – बलबीर सिंह राठी

Post Views: 124 ग़ज़ल यारो! ख़ूब ज़माने आए, ज़ालिम ज़ख़्म दिखाने आए। ज़ुल्म से लडऩे जब निकले हम, लोग हमें समझाने आए। ज़ख़्म हमें देने वाले भी, ख़ुद एहसान जताने…