Post Views: 18 कविता भारत माताग्रामवासिनी।खेतों में फैला है श्यामलधूल भरा मैला सा आँचल,गंगा यमुना में आँसू जल,मिट्टी कि प्रतिमाउदासिनी। दैन्य जड़ित अपलक नत चितवन,अधरों में चिर नीरव रोदन,युग युग…
भारत माता -एक विमर्श – सुरेन्द्रपाल सिंह
Post Views: 53 ‘भारत माता की जय’ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान सबसे अधिक लगाए जाने वाला नारा था। भारत माता का उल्लेख सबसे पहले किरणचन्द्र बंदोपाध्याय के नाटक में…