बुद्ध प्रकाश नादिरशाह ने दिल्ली में निष्क्रय तथा लूट-खसोट का वातावरण बना दिया था। 1739 से 1761 तक पांच बार अहमदशाह दुर्रानी द्वारा, एक बार सूरजमल जाट द्वारा, एक बार
बुद्ध प्रकाश नादिरशाह ने दिल्ली में निष्क्रय तथा लूट-खसोट का वातावरण बना दिया था। 1739 से 1761 तक पांच बार अहमदशाह दुर्रानी द्वारा, एक बार सूरजमल जाट द्वारा, एक बार