मध्यकालीन कविता में सांस्कृतिक समन्वय – प्रो. सुभाष चन्द्र

संस्कृति जड़ वस्तु नहीं होती और न यह स्थिर रहती है, बल्कि यह हमेशा परिवर्तनशील है। संस्कृतियों के मिलन से नए…

हिन्दी दुर्दशा- प्रो. सुभाष चन्द्र

भाषाओं में श्रेष्ठता के दावे नहीं चलते, जिस भाषा जो अभिव्यक्ति करता है उसके लिए वही भाषा महान होती है।…

गुरु रविदास और उनका बेगमपुरा – सुभाष चन्द्र

मध्यकालीन संतों और भक्तों के जन्म-मृत्यु व पारिवारिक जीवन के बारे में आमतौर पर मत विभिन्नताएं हैं। संत रविदास की…

मीरा- प्रो. सुभाष चन्द्र

मीरा का जन्म सन् 1512 ई. में मेड़ता के राठौर वंश में रत्नसिंह के घर हुआ। मीरा के दादा दूदा…