प्रेमचंद का महत्व – आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी

अगर उत्तर भारत को समस्त जनता के आचार-विचार, भाव-भाषा, रहन-सहन, आशा-आकांक्षा, दुःख-सुख और सूझ-बूझ को जानना चाहते हैं तो में…