Post Views: 415 सत्यशोधक फाऊंडेशन के सहयोग से देस हरियाणा पत्रिका बाबा साहेब व जोतिबा फुले जी की जयंति पर अपने पाठकों को समर्पित करती है डा. भीमराव अम्बेडकर की…
मुलाकात डरी हुई लड़की’ से… नवरत्न पांडे
Post Views: 492 नवरत्न पांडे इस उपन्यास की कुछ सतरें सर, उस आत्मा को किस डिटर्जेंट पाउडर से धोऊं जो मैली हो चुकी है-डरी हुई लड़की ने कहा है। उसकी…
जाट कहवै, सुण जाटणी – प्रदीप नील वशिष्ठ
Post Views: 867 एक बात ने कई सालों से मुझे परेशान कर रखा था। और वह शर्म की बात यह कि अपने हरियाणा में हरियाणवी बोलने वाले को नाक-भौं चढ़ा…
अंतहीन संकट -महावीर शर्मा
Post Views: 236 यह पुस्तक एक तरह से 2009 में प्रकाशित हुई फोस्टर व मैगडाफ की पुस्तक 2007 का महासंकट, कारण व दुष्परिणाम की अगली कड़ी है। ये दोनों पुस्तकें…
वर्तमान समय की दुरभिसंधि की करुण कथा – जाट कहवै , सुण जाटनी- राजेन्द्र गौतम
Post Views: 466 ग्लोकल और लोकल की फ्रेज इस उपन्यास के साथ विशेष रूप से जुडी है क्योंकि इसमें चित्रित समस्या का आकार अखिल भारतीय है पर उसको जिस भाषिक…
कृषि संकट को समझने के लिए – दो जरूरी किताबें – प्रवीन कुमार
Post Views: 317 भारत के किसान लम्बे समय से एक भयावह और जानलेवा कृषि संकट की गिरफ्त में है। बड़े फार्मर और धनी किसान भले ही इस संकट से ज्यादा…
हिंदी दलित साहित्य – 2018
Post Views: 823 बजरंग बिहारी तिवारी हिंदी दलित साहित्य : 2018 अन्य भारतीय भाषाओँ की तुलना में हिंदी दलित साहित्य इस मायने में भिन्न है कि यहाँ रचनाकारों की…
दाराशिकोह और उनका समुद्र संगम -राधावल्लभ त्रिपाठी
Post Views: 1,235 राधावल्लभ त्रिपाठी बादशाह शाहजहां के चार बेटों में दाराशिकोह सबसे बड़े थे। वे शाहजहां के सबसे छोटे बेटे औरंगजेब के द्वारा मारे गए। अगर औरंगजेब की जगह…
घर की सांकल – बजरंग बिहारी तिवारी
Post Views: 371 बजरंग बिहारी तिवारी (हरपाल के कविता संग्रह घर की सांकल की समीक्षा) कविता जीवन की सृजनात्मक पुनर्रचना है। इस सृजन में यथार्थ, कल्पना, आकांक्षा, आशंका और संघर्ष के…
पारिस्थितिक संकट और समाजवाद का भविष्य – डा. कृष्ण कुमार
Post Views: 743 पठनीय पुस्तक ‘यह पृथ्वी मेरी और सब की है और यह हमारे अस्तित्व की पहली शर्त है। इस पृथ्वी को मोल तोल की एक वस्तु के रूप…