Posted in देस हरियाणा विविध 1857, किस्सा सदरूद्दीन मेवाती का – सहीराम Estimated read time 4 min read Posted on August 3, 2018June 25, 2021 by सही राम नौटंकी पात्र : नट तथा नटी। दो देहाती (बार-बार उन्हीं को दोहराया जा सकता है),एक ढिढ़ोरची (दो देहातियों में एक…