समाज की धड़कनों को पढ़ लेता है रचनाकार – टी. आर. कुण्डू

समाज व्यक्तियों का घर नहीं है, समूह नहीं, ये एक संवेदनशील सामूहिकता है। जिसका एक मिजाज है, जिसकी एक अंतरात्मा…

गीता जयन्ती म्है तो कमाल ही होग्यो

सुनील कुमार, इकबाल सिंह कुरूक्षेत्र में हर साल की तरह इस बार भी 11 से 21 दिसम्बर 2015 तक ‘गीता…

सावित्रीबाई फुले जयंती पर काव्य-गोष्ठी

रिपोर्ट कुरुक्षेत्र स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले सावित्री बाई फुले पुस्तकालय एवं शोधकेन्द्र में 3 जनवरी 2018 को देस हरियाणा द्वारा…