विकास नारायण राय स्वतंत्र देश में 1947 के बाद पहली बार कहीं भी खुली राजकीय शह पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का व्यापक तां व नवम्बर 1984 के सिख दंगों
विकास नारायण राय स्वतंत्र देश में 1947 के बाद पहली बार कहीं भी खुली राजकीय शह पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का व्यापक तां व नवम्बर 1984 के सिख दंगों