उठ रहा है ये बस्ती से धुआं सा कैसाधुआं देखकर ही अब तो डर लगता हैकिसकी लाश मिली है बस्ती के बाहरयह पता करने में ही अब तो डर लगता
उठ रहा है ये बस्ती से धुआं सा कैसाधुआं देखकर ही अब तो डर लगता हैकिसकी लाश मिली है बस्ती के बाहरयह पता करने में ही अब तो डर लगता