भारत में जाति-व्यवस्था को मिथ्या और कोरी कल्पना साबित करता पेरियार का यह लेख।
भारत में जाति-व्यवस्था को मिथ्या और कोरी कल्पना साबित करता पेरियार का यह लेख।
ऐसे सूत्रों ने यह भी कहा कि हमारे देश में अनेक महत्त्वपूर्ण जातियाँ ऐसे ही आपसी मेलजोल से सामने आईं। उच्च जाति के लोग पथभ्रष्ट हुए इस और अपने नैतिक मानकों से डिगे, तो इसके परिणामस्वरूप पंचम जाति यानी सबसे पिछड़ी जाति अस्तित्व में आई ।