डा भीम राव आंबेडकर का जाति के खिलाफ संघर्ष

आलेख विकल्प का सवाल आज पहले से भी जटिल हो गया है, लेकिन विकल्प की अनिवार्यता में कोई अन्तर नहीं आया है। आप ने इस परिचर्चा का विषय रखा है ‘विकल्प की अवधारणा’। लेकिन मेरे विचार से विकल्प की कोई एक अवधारणा नहीं है। मसलन, एक विकल्प यह हो सकता है कि वर्तमान समाज-व्यवस्था
Read moreकविता जात कैसी होती है उसका रंग कैसा होता है उसकी पहचान क्या होती रूप कैसा होता है कितनी बड़ी होती दृश्य या अदृश्य गुमान, गर्व या घमण्ड या फिर एक सिरफिरा अहंकार जात एक जात होती है जात मतलब जन्म मतलब! जन्मजात इसे रंग रूप आकार से पहचानना एक नकल की परीक्षा का स्वांग है। जात इतराने के खूब
Read moreसामाजिक न्याय पिछले कुछ वर्षों में हरियाणा में दलित उत्पीड़न के जघन्य कांड हुए हैं जिस कारण हरियाणा का समाज राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय रहा है। हरियाणा का समाज तीव्र परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही हैं तो दलित वर्ग की ओर से तीखा प्रतिरोध भी हो रहा है।
Read more