चौधरी छोटूराम स्वतंत्रता से पहले किसान नेता व चिंतक-विचारक थे। किसानों को जागृत करने के लिए उन्होंने जाट-गजट नाम का उर्दू साप्ताहिक प्रकाशित किया। किसानों में व्याप्त बुराइयों, अंधविश्वास, पांखड,
चौधरी छोटूराम स्वतंत्रता से पहले किसान नेता व चिंतक-विचारक थे। किसानों को जागृत करने के लिए उन्होंने जाट-गजट नाम का उर्दू साप्ताहिक प्रकाशित किया। किसानों में व्याप्त बुराइयों, अंधविश्वास, पांखड,
सर छोटू राम – अनुवाद हरि सिंह भारतीय समाज में मजहब की भूमिका जानने की बटलर की जिज्ञासा पर छोटू राम ने समाजविज्ञानी की अन्तर्दृष्टि से बहुआयामी जवाब दिया।
यदि दुनिया में कोई धंधा ऐसा है कि जिसकी नेक कमाई है तो वह यही किसान है। यदि दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति है जो संतोष जीवन का ज्वलंत उदाहरण