अन्नदाता सुण मेरी बात – मंगत राम शास्त्री

मंगतराम शास्त्री अन्ऩदाता सुण मेरी बात तूं हांग्गा ला कै दे रुक्का। सारे जग का पेट भरै तूं फेर भी…