नया साल
Post Views: 508 रामधारी खटकड़ नया साल जै ऐसा आज्या , खुल कै खुशी मनाऊँ रै सब सुख तै जीवैं , मैं ऐसी दुनिया चाहूँ…(टेक) बेकारी ना हो किते ,
Post Views: 508 रामधारी खटकड़ नया साल जै ऐसा आज्या , खुल कै खुशी मनाऊँ रै सब सुख तै जीवैं , मैं ऐसी दुनिया चाहूँ…(टेक) बेकारी ना हो किते ,
Post Views: 142 मंगतराम शास्त्री आज का दिन भी वैसा ही बीतेगा जैसा कल बीता। कल का दिन भी वैसा ही बीतेगा जैसा कल बीता।। सैकिंड मिन्ट और घंटे दिन