कविताएँ – जयपाल

जयपाल की कविता आडम्बर से कोसों दूर है। उनकी कविता में हाशिए पर धकेले गए लोग बराबर उपस्थित रहते हैं।…

सावित्रीबाई फुले ने दी थी पति को मुखाग्नि

सन् 1887 में सावित्रीबाई फुले के पति जोतिबा फुले को अंधरंग हो गया था। अपने जीवन के अंतिम तीन साल…

ममता की मूर्ति थी सावित्रीबाई फुले

 सावित्रीबाई फुले का जीवन ममता का पर्याय है। जोतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा के लिए दूर दूर से…

समय से टक्कर लेती युवा कवयित्री जसिंता केरकेट्टा – जयपाल

झारखंड के जंगल में उगी,पगी और बड़ी हुई जसिंता केरकेट्टा की कविता की गूंज अब राजधानी के गूंगे-बहरे गलियारों तक…