‘मृत्यु’ शृंखला की चौंतीस कविताएँ – अमित मनोज

अपना लिखा भेजने में अमित मनोज के भीतर गहरा संकोच है। देस हरियाणा अमित मनोज से उनकी ये अप्रकाशित कविताएँ…

साबिर अली साबिर की कविताएँ, अनुवाद – सुरेन्द्र पाल सिंह

हालाँकि साबिर अली साबिर पकिस्तान के रहने वाले हैं, लेकिन साबिर की लोकप्रियता अब किसी देश की काल्पनिक सीमाओं की…

अक़्लमंद हो तो क्या लिखो ? – हिमांशु कुमार दंतेवाड़ा

'रूप, रंग, गंध लिखो मन की उड़ान हो गई जो स्वच्छंद लिखो तितली लिखो, फूल लिखोरेशम लिखो, प्रेम लिखोजो भी…

भगत सिंह की कुरबानी पर आल्हा गाने निकला हूँ – शैलेन्द्र सिंह

भगत सिंह की कुरबानी पर आल्हा गाने निकला हूँ,आज़ादी के दर्पण की मैं धूल हटाने निकला हूँ।शत-शत कोटिक नमन लेखनी…