Post Views: 454 हरियाणा के एकमात्र हिल स्टेशन मोरनी हिल्ज़ की खूबसूरत वादियों में हरी भरी पहाड़ियाँ, एक पुराना क़िला, घग्गर नदी का उतरता चढ़ता हुआ बहाव, पानी का एक…
भारत माता -एक विमर्श – सुरेन्द्रपाल सिंह
Post Views: 53 ‘भारत माता की जय’ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान सबसे अधिक लगाए जाने वाला नारा था। भारत माता का उल्लेख सबसे पहले किरणचन्द्र बंदोपाध्याय के नाटक में…
हरियाणा में प्रजामण्डल आन्दोलन और तत्कालीन परिदृश्य – सुरेन्द्रपाल सिंह
प्रजामंडल आंदोलन के अग्रणी नेता चौ. निहाल सिंह तक्षक के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘चौ० निहाल सिंह तक्षक -विलीनीकरण अभियान के महानायक’ पुस्तक तत्कालीन सामाजिक-राजनैतिक हलचलों पर पर्याप्त प्रकाश डालती है।पुस्तक के संकलनकर्ता व लेखक डॉ. प्रकाशवीर विद्यालंकार हैं। हरियाणवी समाज की क्षेत्र विशेष गतिकी की बेहतर समझ और विमर्श के लिए यह पुस्तक महत्वपूर्ण है।
गाँव एक गुरुद्वारे दो – सुरेंद्र पाल सिंह
बात सामान्य सी है लेकिन सामान्य लगने वाली बातों के हम इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि असामान्य बातें आँखों से ओझल होनी शुरू हो जाती हैं। हिंदू मन्दिर तो सदियों से केवल द्विजों के लिए ही शास्त्रसम्मत विधान से बनते रहे हैं लेकिन कोई गुरुद्वारा जब समुदाय के आधार पर बने तो सवालिया निशान लगना वाजिब है। मगर जब कोई बात आम हो जाए तो खास नहीं लगती। फिर भी आम के पीछे छुपे हुए खास को देखना आवश्यक है जिससे हमें सामाजिक डायनामिक्स की शांत और सहज दिशा और दशा का भान होता है।
शहीद भगत सिंह और जलियाँवाला बाग के कुछ अनछुए प्रसंग
Post Views: 873 लेखक व सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्रपाल सिंह द्वारा प्रसिद्ध चितंक व शहीद भगत सिंह के भानजे प्रो.जगमोहन सिंह जी का साक्षात्कार। 13 अगस्त 2019 की सुबह हरिजन सेवक…
पंचकूला से मेलबॉर्न – सुरेन्द्रपाल सिंह
Post Views: 453 थेम्स नदी में कितने ही समुद्री जहाज एक ही स्थान पर खड़े हैं और उनमें सज़ायाफ्ता कैदियों को रखा जाता है। स्थिति यहाँ तक पहुंच चुकी है…
पीर बुद्धू शाह – सुरेन्द्रपाल सिंह
पीर बुद्धू शाह अपने चार पुत्रों, दो भाइयों और 700 अनुयायियों के साथ सढोरा से चलकर गुरु गोबिन्द सिंह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़े। इस लड़ाई में गुरु की फौज को जीत तो हासिल हुई, लेकिन पीर बुद्धू शाह के दो पुत्र अशरफ शाह और मोहम्मद शाह व भाई भूरे शाह शहीद सहित 500 अनुयायी शहीद हुए।
झूठा ही सही वायदा क्यूँ न यकीं कर लेते – सुरेन्द्र पाल सिंह
Post Views: 580 2019 में 17वीं लोकसभा के चुनावों के लिए मतदान का सिलसिला जारी है. हमारे राज्य में भी 12 मई को मतदान होना है. आमतौर पर राजनैतिक पार्टियों…
17वीं लोक सभा के चुनावों की सरगर्मियाँ – सुरेंद्र पाल सिंह
Post Views: 258 सुरेंद्र पाल सिंह ऐसे में क्या शुरू के चार सालों में नौकरियों के मामले में गोलमाल, कोर्ट केस, रिक्त स्थान, पैसा- सिफ़ारिश, मंत्रियों के भ्रष्टाचार, रोडवेज कर्मचारियों…
कनाडाः शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व की मिसाल – सुरेंद्र पाल सिंह
Post Views: 405 (हर समाज-देश की एक विशिष्ट संस्कृति है। मानव के विकास क्रम में आबादियां एक जगह से दूसरी जगह जाकर बसती रही हैं। जिससे मनुष्य एक दूसरे समुदाय…