Post Views: 369 लोक कथा एक था कछुआ, एक था खरगोश। दोनों ने आपस में दौड़ की शर्त लगाई। कोई कछुए से पूछे कि तूने शर्त क्यों लगाई? क्या सोचकर…
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का गिरता स्तर
Post Views: 164 अमरजीत सैनी शिक्षा ही मनुष्य को सही मायने में मानव बनाती है। समय परिवर्तन के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्रों में बहुत परिवर्तन हुए। सरकार ने शिक्षा के…
आई टी आई करनाल में छात्रों व शिक्षकों पर पुलिस की दमनात्मक करवाई
Post Views: 492 सुदेश कुमारी जन संघर्ष मंच हरियाणा की तथ्यान्वेषी टीम की रिपोर्ट 16 अप्रैल 2019 को जन संघर्ष मंच हरियाणा की एक तथ्यान्वेषी टीम ने बाबू मूल चंद…
जलियांवाला बाग का बसन्त – सुभद्राकुमारी चौहान
Post Views: 480 यहाँ कोकिला नहीं, काग हैं, शोर मचाते, काले काले कीट, भ्रमर का भ्रम उपजाते। कलियाँ भी अधखिली, मिली हैं कंटक-कुल से, वे पौधे, व पुष्प शुष्क…
एक नदी के गंदे नाले में बदल जाने का सफर – पंकज चतुर्वेदी
Post Views: 437 पंकज चतुर्वेदी आज के हिंदुस्तान के सम्पादकीय पर यह लेख बहुत दुःख के साथ, हमारी काहिली के प्रति रोष के साथ है, काश इस लोकसभा चुनाव में…
मैं हिन्दू भी हूं और मुसलमान भी
Post Views: 285 विनोबा भावे रामकृष्ण परमहंस ने इस्लाम, ईसाई आदि अन्य धर्मों की उपासना की थी, उनकी प्रत्यक्ष अनुभूति प्राप्त करने के लिए साधना की थी और सब धर्मों…
आर. डी. आनंद की कविताएं
Post Views: 536 (आर. डी. आनंद, भारतीय जीवन बीमा निगम, फैज़ाबाद में उच्च श्रेणी सहायक हैं। कवि व आलोचक के रूप में स्थापित हैं। दलित समीक्षा में विशिष्ट पहचान है। उनकी…
मैक्सिम गोर्की का पत्र रूसी कामरेडों के नाम
Post Views: 294 मैक्सिम गोर्की का पत्र रूसी कामरेडों के नाम गरीबी की क्रूरता के विरुद्ध संघर्ष का अर्थ है, दुनिया में फैले उत्पीडऩ के जाल से मुक्ति के लिए…
छाती, तू और मैं – निकिता आजाद
Post Views: 479 निकिता आजाद (युनिवर्सिटी ऑफ आक्सफोर्ड) में पढ़ी हैं। उन्होंने ‘हैपी टु ब्लीड’ लिखे सैनिटरी नैपकिन के साथ अपनी तसवीर पोस्ट करते हुए लोगों को पितृसत्तात्मक रवैए के…
एक खत आपके नाम
एक खत आपके नाम