सींग उलझते कदे ना देखे गीता और कुरान के श्री कृष्ण पै पढ़े सवैये मनै लिखे हुए रसखान के
सींग उलझते कदे ना देखे गीता और कुरान के श्री कृष्ण पै पढ़े सवैये मनै लिखे हुए रसखान के
मनजीत भोळा इश्क़-विश्क, प्यार-व्यार की बात करणीया कोन्या मैं जड़ै दीखज्या ज़ुल्फ़ उड़ै ए रात करणीया कोन्या मैं ना परचम ना कोए पार्टी ना लड़ता मैं निशानां पै कलमकार हूँ
फ़ेसबुक पै फ्रेंड पांच सौ पड़ोसी तै मुलाकात नहीं तकनीक नई यो नया जमाना रही पहलड़ी बात नहीं