बर्तोल्त ब्रेख़्त (1898-1956) अनुवाद – दिनेश दधीचि
एक क़दम आगे: हमने सुना है
कि तुम अच्छे आदमी हो।
तुम्हें ख़रीदा नहीं जा सकता।
लेकिन उससे क्या?
ख़रीदा तो आसमानी बिजली को भी नहीं जा सकता,
जो घर के ऊपर गिरती है।
तुम अपनी कही बात पर कायम रहते हो।
लेकिन तुमने कहा क्या था?
तुम ईमानदार हो,
अपना विचार प्रकट करते हो।
कौन-सा विचार?
तुम बहादुर हो।
किसके लिए?
तुम व्यक्तिगत फ़ायदों की बात नहीं सोचते।
तो तुम किसके फ़ायदों की बात सोचते हो?
तुम अच्छे दोस्त हो।
क्या तुम अच्छे लोगों के अच्छे दोस्त भी हो?
तो हमारी बात सुनो: हमें पता है
तुम हमारे दुश्मन हो।
इसी वजह से
हम अब तुम्हें दीवार के सामने खड़ा करेंगे।
लेकिन तुम्हारे गुणों और तुम्हारी अच्छाइयों के मद्देनज़र
हम तुम्हें किसी अच्छी दीवार के आगे खड़ा करेंगे
और अच्छी बंदूक से निकली अच्छी गोली से तुम्हें मारेंगे
और अच्छी धरती में
अच्छे फावड़े से तुम्हें दफ़नाएंगे।
Bertolt Brecht (1898-1956)
The Interrogation of Good
Step forward: we hear
That you are a good man.
You cannot be bought, but the
lightning
Which strikes the house, also
Cannot be bought.
You hold to what you said.
But what did you say?
You are honest, you say your
opinion.
Which opinion?
You are brave.
Against whom?
You are wise.
For whom?
You do not consider personal
advantages.
Whose advantages do you
consider then?
You are a good friend
Are you also a good friend of the
good people?
Hear us then: we know
You are our enemy. This is why
we shall
Now put you in front of a wall.
But in consideration of
your merits and good qualities
We shall put you in front of a
good wall and shoot you
With a good bullet from a
good gun and bury you
With a good shovel in the good
earth.