‘देस हरियाणा’ पत्रिका की ओर से गुरु नानक जयंती के अवसर पर 8 नवंबर 2022 को ‘गुरु नानक देव जी का सन्देश और हमारा समाज’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. रविन्द्र गासो रहे।
डॉ. रविन्द्र गासो ने बोलते हुए कहा गुरु नानक जी गरीब, स्त्री, दलित के पक्ष में शोषण मुक्त समाज और उदार मानवतावाद का सन्देश देते हैं ।वे स्त्री को भगवान के बाद सर्वोच्च स्थान देते हैं। डॉ.गासो ने कहा गुरु जी सूतक, खानपान, चमत्कारों, तन्त्र मन्त्र आदि से जुड़े अंधविश्वासों का खण्डन कर अहंकार रहित जीवन जीने का सन्देश देते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आर. आर.फूलिया, रिटायर्ड आई.ए.एस.ने कहा गुरु नानक जी की जयंती मनाने का सबसे अच्छा तरीका उनके विचारों का मंथन करना है। देस हरियाणा पत्रिका के संपादक प्रोफेसर सुभाष चन्द्र ने कहा कि गुरु नानक जी संवाद और सौहार्द्र के विश्व कवि हैं । उन्होंने अपने समाज की सच्चाइयों को अपनी वाणी में व्यक्त किया। तत्कालीन बुद्धिजीवियों से संवाद रचाया। देश-दुनिया की यात्राएं की, अनुभव प्राप्त किया। वे सांझी संस्कृति के प्रतीक हैं। विकास साल्यान ने व्याख्यान का संचालन करते हुए गुरु जी को युग-द्रष्टा और युग स्रष्टा बताते हुए उनके सिद्धांत ‘किरत करो-वंड छको-नाम जपो’ की व्याख्या की।
अवसर पर डॉ.ओमप्रकाश करुणेश, डॉ. बृजेश कठिल,डॉ.एन. के.नागपाल, ओम सिंह अशफ़ाक़,जयपाल, मनजीत भोला, कपिल भारद्वाज, यशोदा, डॉ.सरिता चौधरी, देव दत्त, रजविन्द्र चंदी, हरपाल, नरेश कुमार, अंजू, रानी, योगेश शर्मा, गौरव, आर.के.बंसल, रमेश सुखीजा आदि उपस्थित रहे।