Month: August 2019

हिटलर के नाम गांधी के पत्र

Post Views: 370 गांधी जी संवाद पूरा करने में विश्वास रखते थे। मन में कोई ग्लानि हो, किसी से शिकायत हो, अपनी बात किसी तक पहुंचाने की ज़रूरत हो या

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जमाना ही चोर है – धनपत सिंह

Post Views: 367 जमाना ही चोर है, पक्षी-पखेरू क्या ढोर है कोये-कोये चोर है जग म्हं लीलो आने और दो आने काजवाहरात का चोर है कोय, कोय है चोर खजाने

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हे तूं बालम के घर जाइये चंद्रमा – धनपत सिंह

Post Views: 291 हे तूं बालम के घर जाइये चंद्रमा,जाइये चंद्रमा और के चाहिये चंद्रमा आज सखीयां तैं चाली पट, दो बात सुणैं नैं म्हारी डटघूंघट तणना मुश्किल, बोहड़ीया बणना

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गुगा पीर की छड़ी, नानी कूद के पड़ी – सोनिया सत्या नीता

Post Views: 742 भादव के शुरू होते ही डेरू बजने की परम्परा भी जीवंत होती है. गांव देहात मे भादव के आने पर डेरू वाले एकम से लेकर नवमी तक

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शहीद भगत सिंह और जलियाँवाला बाग के कुछ अनछुए प्रसंग

Post Views: 882 लेखक व सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्रपाल सिंह द्वारा प्रसिद्ध चितंक व शहीद भगत सिंह के भानजे प्रो.जगमोहन सिंह जी का साक्षात्कार। 13 अगस्त 2019 की सुबह हरिजन सेवक

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वाघा-अटारी बॉर्डर : जश्न रिश्तों के अलगाव का

Post Views: 444 अंजू आजादभारत विभाजन की दास्तान को बयान करती पहली विभाजन रेखा वाघा -अटारी सीमा। जिसके एक तरफ भारत में अटारी गाँव और पाकिस्तान में वाघा गाँव स्थित

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कलम घिसे और दवात सुकज्या हरफ लिखणियां थक ले – धनपत सिंह

Post Views: 375 कलम घिसे और दवात सुकज्या हरफ लिखणियां थक लेरै मेरी इसी पढ़ाई नैं कौण लिखणियां लिख ले इतणै भूक्खा मरणा हो इतणै वा झाल मिलै नागुमसुम रहैगा

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ठाकुर का कुआँ – ओम प्रकाश वाल्मीकि

Post Views: 474 चूल्हा मिट्टी कामिट्टी तलाब कीतालाब ठाकुर का। भूख रोटी कीरोटी बाजरे कीबाजरा खेत काखेत ठाकुर का। बैल ठाकुर काहल ठाकुर काहल की मूठ पर हथेली अपनीफसल ठाकुर

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मात, पिता और भाई, ब्याही, सब नकली परिवार – धनपत सिंह

Post Views: 483 मात, पिता और भाई, ब्याही, सब नकली परिवारदुनियां के म्हं बड़ा बताया पगड़ी बदला यार किरसन और सुदामा यारी लाए सुणे होंएक ब्राह्मण और एक हीर कै

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प्रेमचंद के साहित्यिक सरोकार और वर्तमान साहित्य

Post Views: 267 ‘प्रेमचंद के साहित्यिक सरोकार औऱ वर्तमान साहित्य’ विषय पर आज सत्यशोधक फाउंडेशन और ओमप्रकाश ग्रेवाल संस्थान द्वारा प्रेमचंद जयंती और शहीद उधम की शहादत के उपलक्ष्य में

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