भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले ने भारतीय समाज में मौजूद धर्मभेद, वर्णभेद, जातिभेद, लिंगभेद के खिलाफ कार्य किया। वे जैविक बुद्धिजीवी थी, जिन्होंने अपने अनुभवों से ही अपने जीवन-दर्शन का निर्माण किया। सावित्रीबाई फुले ने समाज में सत्य, न्याय, समानता, स्वतंत्रता और मानव भाईचारे की स्थापना के लिए अनेक क्रांतिकारी कदम उठाए।
‘हम नहीं रोनी सूरत वाले’ : सावित्रीबाई फुले की कविताई – बजरंग बिहारी तिवारी
Post Views: 2,025 जीवन की गहरी समझ के साथ काव्य-रचना में प्रवृत्त होने वाली सावित्रीबाई फुले (1831-1897) अपने दो काव्य-संग्रहों के बल पर सृजन के इतिहास में अमर हैं. उनका…
वेटिंग फॉर वीजा – डॉ. भीम राव आंबेडकर
Post Views: 782 ‘वेटिंग फॉर वीजा ‘ डॉ. भीम राव आंबेडकर डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुस्तिका ‘वेटिंग फॉर वीजा’ संयुक्त राज्य अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है।…
‘वेटिंग फॉर वीजा ‘ – डॉ. भीम राव आंबेडकर
Post Views: 255 ‘वेटिंग फॉर वीजा ‘ डॉ. भीम राव आंबेडकर डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुस्तिका ‘वेटिंग फॉर वीजा’ संयुक्त राज्य अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है।…
शानदार तोहफा – जोतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले और डा. भीम राव अम्बेडकर की संपूर्ण रचनाएं – सत्यशोधक फाऊंडेशन
Post Views: 805 पीडीएफ फार्मेट में पढ़ने और डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें जोतिबा फुले की संपूर्ण रचनाएं जोतिबा फुले संपूर्ण रचनावली जोतिबा फुले जीवनी – एन.सी.आर.टी.ई. गुलामगिरी –…
11 अप्रैल जोतिबा फुले 14 अप्रैल बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जंयति पर सभी पाठकों को बधाई
Post Views: 405 सत्यशोधक फाऊंडेशन के सहयोग से देस हरियाणा पत्रिका बाबा साहेब व जोतिबा फुले जी की जयंति पर अपने पाठकों को समर्पित करती है डा. भीमराव अम्बेडकर की…