हरियाणा सृजन उत्सव 2020 में 15 मार्च को कवि सम्मेलन में अमित मनोज,हरभगवान चावला,विरेंद्र भाटिया,सुरजीत सिरड़ी,जयपाल, कर्मचंद केसर,अरुण कैहरबा, एस एस पंवार, योगेश कुमार ने कविता पाठ किया।
वाङ़चू – भीष्म साहनी
अपने समाज व परिवेश से कटकर ना अतीत को समझ सकते, ना धर्म को. भावुकतापूर्ण दृष्टि विहीन अध्ययन किसी काम का नहीं. इतिहास बोध को स्थापित करती कहानी.
जनता का साहित्य किसे कहते हैं – भीष्म साहनी
भीष्म साहनी का आलेख – जनता का साहित्य किसे कहते हैं । साहित्य के कई महत्वपूर्ण पक्षों पर विचार किया गया है।
राजस्थानी कविताएं – रामस्वरूप किसान
Post Views: 1,081 राजस्थानी कविताएं – रामस्वरूप किसान ‘हिवड़ै उपजी पीड़ सुप्रसिद्ध राजस्थानी लोक कवि रामस्वरूप किसान जी ने ये कविताएं देस हरियाणा द्वारा आयोजित तीसरे हरियाणा सृजन उत्सव में…
ब्रजेश कृष्ण की कविता-हरियाणा सृजन उत्सव 2019
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आत्मारंजन की कविता-हरियाणा सृजन उत्सव 2019
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मनजीत भोला की हरियाणवी कविता
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हरियाणा सृजन उत्सव – हरेराम समीप
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एक थे नामवर सिंह – प्रोफेसर सुभाष सैनी
Post Views: 369 प्रोफेसर सुभाष सैनी नामवर सिंह (जन्म: 28 जुलाई 1926 बनारस, उत्तर प्रदेश निधन: 19 फरवरी 2019, नयी दिल्ली) हिन्दी के शीर्षस्थ शोधकार-समालोचक, निबन्धकार तथा मूर्द्धन्य सांस्कृतिक-ऐतिहासिक उपन्यास…
विनोद सिल्ला की कविताएं – हरियाणा सृजन उत्सव-2019
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