Post Views: 642 टोरी जावें लिबरल आवें। भारतवासी खैर मनावें नहिं कोई लिबरल नहिं कोई टोरी। जो परनाला सो ही मोरी। ये शब्द हैं – पत्रकार, संपादक, कवि, बाल-साहित्यकार, भाषाविद्,…
संतराम उदासीः जन संघर्षों व आंदोलनों का प्रेरक- प्रोफेसर सुभाष चंद्र
Post Views: 676 संतराम उदासी का संबंध पंजाबी कविता की क्रांतिकारी धारा से है। संतराम उदासी की रचनाओं में दलित कविता तथा इंकलाबी कविता के सरोकारों का संगम है। संतराम…
एक थे नामवर सिंह – प्रोफेसर सुभाष सैनी
Post Views: 369 प्रोफेसर सुभाष सैनी नामवर सिंह (जन्म: 28 जुलाई 1926 बनारस, उत्तर प्रदेश निधन: 19 फरवरी 2019, नयी दिल्ली) हिन्दी के शीर्षस्थ शोधकार-समालोचक, निबन्धकार तथा मूर्द्धन्य सांस्कृतिक-ऐतिहासिक उपन्यास…
महात्मा गांधीः धर्म और साम्प्रदायिकता – डा. सुभाष चंद्र
Post Views: 839 साम्प्रदायिकता आधुनिक युग की परिघटना है। अंग्रेजों ने भारत की शासन सत्ता संभाली तो राजनीति और आर्थिक व्यवस्था प्रतिस्पर्धात्मक हो गई। अंग्रेजी शासन में हिन्दुओं व मुसलमानों…
जनपक्षीय राजनीति का मार्ग प्रशस्त करें
Post Views: 360 सेवा देश दी जिंदड़िए बड़ी ओखी, गल्लां करणियां ढेर सुखल्लियां ने। जिन्नां देश सेवा विच पैर पाइया उन्नां लख मुसीबतां झल्लियां ने। – करतार सिंह…
वैचारिक बहस को जन्म दे रही है देस हरियाणा’
Post Views: 344 विकास होग्या बहुत खुसी, गामां की तस्वीर बदलगी भाईचारा भी टूट्या सै, इब माणस की तासीर बदलगी -रामेश्वर गुप्ता पिछले दस-बारह सालों से ‘हरियाणा नं. 1’ की…
लिंग-संवेदी भाषा की ओर एक कदम – डा. सुभाष चंद्र
Post Views: 286 डा. सुभाष चंद्र अपने अल्फ़ाज पर नज़र रक्खो, इतनी बेबाक ग़ुफ्तगू न करो, जिनकी क़ायम है झूठ पर अज़मत, सच कभी उनके रूबरू न करो। – बलबीर सिंह राठी…
हरियाणा की पहचान का सवाल
Post Views: 273 हरियाणा के गठन से ही जब-तब बुद्धिजीवी और राजनीतिज्ञ हरियाणा की पहचान ढूंढने की कवायद करते रहे हैं। लेकिन वे सर्वमान्य पहचान को चिह्नित करने में असफल…
भारत विभाजन के उत्तरदायी – असगर अली इंजीनियर, अनु. डा. सुभाष चंद्र
Post Views: 310 साम्प्रदायिक सवाल मुख्यत: सत्ता में हिस्सेदारी से जुड़ा था, चूंकि सत्ता में हिस्सेदारी के सवाल का आखिर तक कोई संतोषजनक हल नहीं निकला और अंतत: देश का…
कहानियों के बीच बोलता : तारा पांचाल
Post Views: 337 डा. सुभाष चंद्र हरियाणा के छोटे से पिछड़े कस्बे नरवाना (बकौल तारा पांचाल नरवाना कंट्री)में जन्मे तारा पांचाल एक कहानीकार के तौर पर पूरे देश में प्रतिष्ठित…